नई दिल्ली।। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली में आम आदमी अपनी पार्टी की सरकार बनाने का स्पष्ट संकेत दिया और कहा, "हम काम करके दिखाएंगे।"
केजरीवाल ने मीडिया से कहा कि यह कहना गलत होगा कि दिल्ली विधानसभा में 28 सीटें जीतने के बाद उपराज्यपाल द्वारा सरकार बनाने के लिए निमंत्रण मिलने के बावजूद उनकी पार्टी सरकार बनाने से पीछे हट रही है।
केजरीवाल ने कहा, "हमने अपने घोषणापत्र में जितने वादे किए हैं, हम वह सब पूरा करेंगे। हमने अपना घोषणापत्र वृहद परामर्श और काफी विचार-विमर्श के बाद तैयार किया है।"
केजरीवाल ने आगे कहा, "इसके अलावा, दिल्ली की जनता की हमसे बहुत अधिका अपेक्षाएं हैं, और हम उन्हें पूरा करके दिखाएंगे।"उन्होंने ने बताया कि पार्टी शहर के हर हिस्से में बैठकें कर रही है।
अरविंद ने बताया कि "लोगों की राय प्राप्त कर लेने के बाद ही हम सोमवार को इस संबंध में अगली घोषणा करेंगे। भारत में यह सब पहली बार हो रहा है। इससे पहले आम आदमी की भूमिका सिर्फ मतदान तक सीमित थी। लेकिन हम उनके साथ खड़े होकर उन्हें शक्तिसंपन्न बनाने जा रहे हैं।"
एक बयान में उन्होंने कहा कि मीडिया में की उनकी घोषणा के बावजूद भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के कुछ समर्थक या कांग्रेस समर्थक उनके बयान को जानबूझकर अपनी पार्टियों के हित में तोड़-मरोड़ रहे हैं।
गौरातलब है कि करुणानिधि ने रविवार को पार्टी की आम परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए कहा था कि डीएमके न कांग्रेस और न ही भाजपा से गठबंधन करेगी।
उन्होंने कहा कि पार्टी प्रमुख के रूप में इस तरह की खबरें पढ़ना तकलीफ दे रहा है। अपने बयान में करुणानिधि ने कहा, 'यह निंदनीय भी है।'
उन्होंने मीडिया से इस तरह की खबर लिखने से बचने का अनुरोध किया। करुणानिधि ने पत्रकारों को बताया कि वह तीसरे मोर्चे के उभरने के बारे में अभी कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकते, लेकिन घटनाक्रम पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी सरकार बनाने के मुद्दे को लेकर लोगों से उनका मत जानने के लिये रेफरेंडम करा रही है। देल्ली के चौक- चौक पर ये रायशुमारी हो रही है। इसके लिये आप की ओर सी पर्चे भी बांटे जा रहे है और मुनादी भी कराई जा रही है।
अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि ज्यादातर लोग उन्हे सरकार बनाने की सलाह दे रहे हैं। उनके मुताबिक आम आदमी पार्टी के पास अबतक 6 लाख से ज्यादा लोगों की राय आ चुकी है।
आज पूर्वी दिल्ली के बड़े इलाके पांडव नगर में लोग आप को अपनी राय देंगे। रेफरेंडम का ये सिलसिला अभी रविवार तक जारी रहेगा। सोमवार को आम आदमी पार्टी को सरकार बनाने या ना बनाने पर अपना रूख उपराज्यपाल के समक्ष स्पष्ट करना होगा।
आम आदमी पार्टी (आप) को दिल्ली में कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने पर दिल्ली और दिल्ली के बाहर से गुरुवार की शाम तक पांच लाख नागरिकों ने अपनी राय से अवगत कराया है।
'आप' के नेता ने बताया कि हमें अब तक एसएमएस, सीधी बातचीत और इंटरनेट के जरिए कुल 5.25 लाख लोगों की प्रतिक्रिया मिली है और लोगों की राय अभी भी मिल रही है।
रविवार की शाम तक इनका विश्लेषण किया जाएगा, तथा सोमवार को फैसला सुनाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को दिल्ली से बाहर से भी लोगों की प्रतिक्रिया मिल रही है।
केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली की 75 फीसदी से ज्यादा जनता यह चाहती है कि 'आप' सरकार बनाए।
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में 70 में से 28 सीटें जीत कर राजनीतिक पारी का शानदार आगाज करने वाली केजरीवाल की पार्टी ने स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के कारण कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने को लेकर जनता से राय ले रही है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस सांसदों के साथ बैठक में कहा कि हमें लोगों से ऐसे वादे नहीं करने चाहिए, जो पूरे न हो सकें। प्रधानमंत्री ने आम आदमी पार्टी पर राजनीतिक हमला करते हुए कहा है कि हमें ऐसे दलों द्वारा किए जा रहे अव्यावहारिक वादे नहीं करने चाहिए।
इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं, जिन्होंने हाल के विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली करारी हार से अपने सांसदों को मायूस या निराश न होने का कहा है। सोनिया गांधी ने कांग्रेस सांसदों को पूरे मन से लोकसभा चुनावों की तैयारी करने को कहा है।
सोनिया ने कहा कि हमने काफी काम किया, लेकिन अपनी उपलब्धियों का उचित तरीके से प्रचार नहीं कर पाने के कारण हम विधानसभा चुनाव हार गए।