शिमला/शैल। हर बार चुनाव से पहले सता हासिल करने के लिये विपक्षी पार्टी ने सता में रही पार्टी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाये हैं और दावे किये हैं कि सत्ता में आते ही इन सभी मामलों की जांच करवा कर दोषियों को सजा दिलायंेगंे। लेकिन सता में आने के बाद आज तक तो कारवाई नही हुई है। इस बार फिर वही आरोंपों का दौर शुरू हो चुका है चुनावी वर्ष है अनुराग ठाकुर ने भी भाजपा के सता में आते ही सभी मामलों की जांच करवा कर दोषियों को सजा दिलावाने की बात कही है।
पिछले दिनों विधायक बंबर ठाकुर और कांग्रेस महासचिव रामलाल ठाकुर के बीच चल रहे आरोप प्रत्यारोपों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने खुद ही भाजपा के आरोपों की पुष्टि कि है की बिलासपुर में वन माफिया सक्रिय है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि भाजपा शुरू से प्रदेश में चल रहे माफिया राज पर अपनी आवाज बुलंद करती आ रही है। बिलासपुर में भी प्रदेश कि तरह वन माफिया और खनन माफिया सक्रिय है। इस पर आवाज उठाई लेकिन प्रदेश कि कांग्रेस सरकार ने हमेशा इसे मानने से इंकार किया और अपना पल्ला झाड़ती रही लेकिन अब बिलासपुर में खुद कांग्रेस महासचिव ने कांग्रेस विधायक पर वन माफिया के साथ मिलकर करोड़ों के भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है। इसकी पुष्टि पूर्व मंत्री और कांग्रेस महासचिव ने की है। वही विधायक ने कांग्रेस महासचिव पर खनन माफिया के साथ मिलकर अवैध तरीके से फोरलेन के लिए के रेत बजरी सप्लाई करने का आरोप लगाया है। भाजपा द्वारा राज्यपाल को प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ सौंपी गयी चार्जशीट में इस बात का उल्लेख है। लेकिन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इसे रद्दी का कागज बताकर इसकी जांच करने से इंकार किया लेकिन अब खुद कांग्रेस के नेता ही एक दूसरे पर आरोप कर हमारे आरोपों कि पुष्टि कर रहे हैं। मुख्यमंत्री वीरभद्र को चाहिए कि वे तुरंत इस मामले कि जांच कराये ताकि बिलासपुर की और प्रदेश की जनता को सही तथ्य मालूम चलें । अनुराग ठाकुर ने कहा कि हमे पता है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह खुद भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त है इसलिए वे कभी भी इसकी जांच नहीं करवाएंगे।