Friday, 19 September 2025
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आयकर विभाग भी जांचेगा मानवभारती विश्व विद्यालय मामला

शिमला/शैल। वर्तमान में जिला पुलिस सोलन मानव भारती विश्वविद्यालय, लाडो सुल्तानपुर (सोलन) के फर्जी डिग्री घोटाले की जांच कर रही है। इस सन्दर्भ में तीन आपराधिक मामले अभियोग संख्या 22/20, 26/20 व 27/20 जेरधारा 420, 467, 468 व 120-बी0 भारतीय दंण्ड संहिता के अन्तर्गत थाना धर्मपुर, जिला सोलन में पंजीकृत किए गये हैं। उपरोक्त मामलों की जांच हिमाचल पुलिस के एक विशेष अन्वेषण दल द्वारा की जा रही है। अन्वेषण से पाया गया है कि मानव भारती विश्वविद्यालय ने इसकी स्थापना के बाद से उम्मीदवारों को बड़ी संख्या में फर्जी ड़िग्रियां जारी की और उसके बदले उनसे भारी संख्या में पैसे लिये।
मानव भारती चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वामित्व में मानव भारती विश्वविद्यालय की स्थापना मानव भारती विश्वविद्यालय (स्थापना और विनियमन) अधिनियम 2009 के अनुसार की गई थी। मानव भारती चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष राज कुमार राणा हैं व उनकी पत्नी अशोनी कंवर, पुत्रा आईना राणा ट्रस्ट के न्यासी हैं। इसी ट्रस्ट के तत्वावधान में वर्ष 2013 में माधव विश्वविद्यालय, राजस्थान की स्थापना भी की गई थी।जांच के दौरान पाया गया है कि राज कुमार राणा द्वारा हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और अन्य स्थानों पर भारी मात्रा में चल व अचल संपत्ति अर्जित की गई है, जिसके लिये धनराशि की फर्जी डिग्री जारी करके प्राप्त की गई है। राणा का परिवार अर्थात् उनकी पत्नी, पुत्र और पुत्री वर्तमान में आस्ट्रेलिया में रह रहे हैं।फर्जी डिग्रियों के अतिरिक्त अपराध के वित्तीय पहलुओं की जांच करना आवश्यक है, जिसके लिए अपराध से संबंधित वित्तीय लेनदेन इत्यादि का मूल्यांकन आयकर विभाग द्वारा किया जाना चाहिए।
क्योंकि राज कुमार राणा द्वारा भारी मात्रा में चल व अचल सम्पति अर्जित की गई है तथा राजस्थान में एक नये विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है, अतः पुलिस महानिदेशक हिमाचल प्रदेश द्वारा मुख्य आयुक्त आयकर, शिमला के साथ आरोपी की सम्पति, उसके आय के स्त्रोतों इत्यादि की जांच करने के लिये मामला उठाया गया है।

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