फेक फोटो और वीडियो को कैसे जांचे मीडिया कर्मी पर कार्यशाला आयोजित

Created on Tuesday, 15 October 2019 08:12
Written by Shail Samachar

शिमला/शैल। गूगल न्यूज इनिशियेटिव और प्रेस क्लब शिमला के संयुक्त तत्वाधान में फेक न्यूज की रोकथाम विषय पर प्रेस क्लब में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में 65 मीडिया कर्मियों, मिलिट्री इंटैलिजेंस, शिमला पुलिस व साईबर पुलिस के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
गूगल की तरफ से अधिकृत गूगल प्रमाणिक प्रशिक्षक दीपक खजूरिया ने कार्यशाला में फेक न्यूज को पहचानने, गूगल पर पासवर्ड व सिक्योरिटी सिस्टम को मजबूत करने तथा गूगल के टूल्ज को इस्तेमाल करवाने के साथ इनका प्रयोग करना बताया।
उन्होंने प्रतिभागियों को जानकारी दी कि गूगल ने किसी भी तस्वीर को परखने-जांचने के लिए बहुत सारे टूल्स इजाद किए हैं। गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल से गूगल डेटाबेस के जरिए किसी भी तस्वीर की असलियत का पता लगाया जा सकता है।
उन्होंने प्रतिभागियों को फोटो और वीडियो की सत्यता की जांच के तरीके बतायेे। इस दौरान गूगल रिवर्स इमेज सर्च तथा कई फोटो व वीडियो के फेक होने व सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर गलत तरीके से पेश करने वालों की पहचान के तरीके बताए गए। व्हाट्सअप व फेसबुक का प्रयोग समझदारी से करने तथा फेक न्यूज, फोटो व वीडियो के सत्यापन की बारीकियों के बारे में अवगत करवाया।
दीपक खजूरिया ने बताया कि गूगल टूल्स की मदद से फोटो और विडियो में मिसइनफार्मेशन और डिसइनफार्मेशन को आसानी से पकड़ा जा सकता है। उन्होने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ज्यादातर कंटेंट फेक होता है या फिर ओरिजिनल फोटो या विडियो को तोड़मरोड़ कर वायरल किया जाता है जिससे सम्बंधित व्यक्ति व समुदाय की छवि को नुकसान पहुंचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि आज इंटरनैट के दौर में सूचनाएं सोशल नैटवर्किंग साइट के जरिए आसानी से आम लोगों तक पहुंच रही हैं, लेकिन तकनीक ने अनेक चुनौतियां भी खड़ी कर दी हैं। ऐसी परिस्थिति में मीडिया व सुरक्षा एजेंसियों के सामने अपने तकनीकी कौशल को बेहतर बनाने की जरूरत है।
प्रेस क्लब शिमला के अध्यक्ष अनिल भारद्वाज ने कहा कि पहली बार इस तरह की मीडिया कार्यशाला का आयोजन शिमला में किया गया। उन्होंने कहा कि प्रेस क्लब द्वारा आगामी समय में भी मीडिया कर्मियों के लिए महत्वपूर्ण कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।