शिमला/शैल। प्रदेश इस समय जल प्रलय की आपदा से जूझ रहा है। करीब चार हजार करोड़ का नुकसान हो चुका है। दर्जनों के हिसाब से मौतें हो चुकी है।ं कई हिस्सों से संपर्क कट चुका है। मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से बात करके आपदा राहत की मांग कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी केन्द्र से राहत की मांग की है। केन्द्र आपदा राहत का आकलन करने के लिये टीम भेजना चाह रहा है। इसके लिए केन्द्रीय गृह सचिव ने प्रदेश के मुख्य सचिव से संपर्क करने के लिये फोन किया तो जवाब मिला कि मुख्य सचिव तो 11 और 12 तारीख को जॉर्डन में हो रही एक फार्मास्यूटिकल प्रदर्शनी देखने गये हुये हैं।
मुख्य सचिव के इस आपदा काल में प्रदेश से बाहर होने की वजह से केन्द्र आपदा राहत का आकलन करने के लिये अपनी टीम नहीं भेज पा रहा है। इससे केन्द्र से राहत मिलने पर प्रश्नचिन्ह लग गये हैं। क्योंकि ऐसे मामलों में मुख्य सचिव की भूमिका प्रमुख रहती है। इस प्रदर्शनी में प्रदेश से ललित जैन और मुख्य सचिव के दो अधिकारी गये हुये हैं। फार्मा प्रदर्शनी में मुख्य सचिव के जाने के औचित्य पर भी प्रश्न उठने लग पड़े हैं।
यह है आमन्त्रण पत्र